ग्वालियर में बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर प्रतिमा विवाद: दलित अस्मिता, संविधान और जातिवादी मानसिकता के बीच संघर्ष
बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर सिर्फ एक व्यक्ति नहीं थे—वह दलित समाज के अधिकारों और संवैधानिक न्याय के प्रतीक थे। उनकी मूर्ति स्थापित करना केवल पत्थर नहीं, बल्कि सामाजिक सम्मान का इशारा है। जब ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में ऐसी प्रतिमा लगाने को लेकर बाध…